अब गोवा कांग्रेस में मचा बवाल, अनेक विधायक भाजपा के संपर्क में
(शशि कोन्हेर) : महाराष्ट्र की हालिया राजनीतिक उठापटक के बाद अब गोवा में इसी तरह के हालात की सुगबुगाहट सुनाई दे रही है। रविवार को दिन भर कांग्रेस विधायकों के एक बड़े गुट के टूट कर भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं सुनाई देती रहीं।
विधायकों के दलबदल करने की सुगबुगाहट के बीच दिनेश गुंडू राव गोवा पहुंचे और विधायकों के साथ बैठक की। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने रविवार रात को प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि गोवा के नेता प्रतिपक्ष के पद से माइकल लोबो को हटा दिया गया है।
माइकल लोबो और दिगंबर कामत ने बगावत की
कांग्रेस के गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने आरोप लगाया कि भाजपा विपक्ष को खत्म कर देना चाहती है। हमारे ही कुछ नेताओं ने भाजपा के साथ यह साजिश रची थी कि गोवा में कांग्रेस पार्टी कमजोर हो गई है और दलबदल कर दिया गया है। इस साजिश का नेतृत्व हमारे ही दो नेताओं माइकल लोबो और दिगंबर कामत ने किया।
दलबदल के खिलाफ कार्रवाई होगी
AICC गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा कि दिगंबर कामत और माइकल लोबो भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहे थे। दिगंबर कामत ने अपनी की रक्षा के लिए ऐसा किया क्योंकि उनके खिलाफ कई मामले थे। उन्होंने बताया कि अब नए नेता का चुनाव होगा। दलबदल के खिलाफ कानून सम्मत जो भी कार्रवाई होगी की जाएगी। देखते हैं कितने लोग वहां जा रहे हैं। हमारे पांच विधायक यहां हैं।
कितनी बड़ी है यह फूट
कांग्रेस के कम से कम सात असंतुष्ट विधायकों के एक होटल में मुलाकात कर रणनीति बनाने की बात सामने आई है। इस बीच गोवा विधानसभा के स्पीकर ने मंगलवार को होने जा रहे डिप्टी स्पीकर का चुनाव स्थगित कर दिया है। चालीस सदस्यीय गोवा विधानसभा में फिलहाल कांग्रेस के 11 विधायक हैं। इनमें से करीब आठ के सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होने की अफवाह उड़ रही है।
असंतुष्ट विधायक हुए एकजुट
कांग्रेस विधायक अलेक्सियो सिक्वेरा ने बताया कि कांग्रेस के कुछ असंतुष्ट विधायकों ने हाल ही में मारगाव के एक होटल में बैठक की है। मुझे इस बैठक में हाई कमांड द्वारा नहीं बुलाया गया। इस बैठक में कौन-कौन शामिल इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता।
डिप्टी स्पीकर के चुनाव की अधिसूचना रद
इस बीच गोवा विधानसभा के स्पीकर रमेश तावडकर ने डिप्टी स्पीकर के चुनाव के चुनाव के लिए जारी अधिसूचना रद कर दी है। इस अधिसूचना को वापस लेने का आदेश रविवार सुबह जारी हुआ जबकि यह चुनाव 12 जुलाई को होना था। विधानसभा की सचिव नम्रता उलमन ने बताया कि डिप्टी स्पीकर के चुनाव की अधिसूचना नियम 308 के तहत आठ जुलाई को जारी हुई थी।