छत्तीसगढ़

जिले में लोगो के साथ ठगी के मामले थमने का नही ले रहा है, नाम..

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(उज्ज्वल तिवारी) : पेण्ड्रा। जिले में लोगो के साथ ठगी के मामले थमने का नाम ही नही ले रहा है। वहीं खास बात यह ही कि ज्यादातर ठगी के मामलों में ठगी के शिकार शिक्षित और पढ़े लिखे लोग ही हो रहे है।ताजा मामला सामने आया है जिसमे सागौन का प्लांटेशन करने के नाम पर सहायक शिक्षक से 12.63 लाख रुपए की ठगी की गई है। शिक्षक को जब खुद के ठगे जाने का अहसास हुआ तो उसने एक लिखित शिकायत  मरवाही थाना में दर्ज कराई है।

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जिस पर पुलिस ने मध्यप्रदेश के सतना जिले के रहने वाले तीन आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। दरअसल पूरा मामला जिले के मरवाही थाना क्षेत्र के लिटिया सरई गाव के रहने वाले व शासकीय प्राथमिक शाला करगीकला में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ अर्जुन सिंह धुर्वे से जुड़ा हुआ है उन्होंने मरवाही थाने पहुचकर एक लिखित शिकायत में दर्ज कराया है जिसमें उन्होंने कहा है ।

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कि मध्यप्रदेश के सतना जिले के रहने वाले उत्कर्ष पांडे, शैलेंद्र सिंह और पंकज कुमार शर्मा ने उनके साथ सागौन प्लांटेशन लगाने के नाम पर 12 लाख 63 हजार 103 रुपए की धोखाधड़ी की है। सहायक शिक्षक अर्जुन सिंह के अनुसार अगस्त 2023 में उनके घर ग्राम लिटिया सरई में ये तीनों लोग आए।

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आरोपियों ने बताया कि हम ओम साईं शक्ति बायो प्लांटेक कंपनी से आए हैं। अगर आप हमारी कंपनी का सागौन पौधा लगाते हैं तो हमारी कंपनी आपको सब्सिडी देगी। अगर आप 6500 पौधा 170 रूपये प्रति पौधा के हिसाब से खरीदी करते हैं तो आपको कंपनी 3 करोड रुपए की सब्सिडी देगी। पीड़ित शिक्षक आरोपियों के झांसे में आ गया और आरोपियों ने उनसे उनकी जमीन का बी 1, खसरा, पैन कार्ड और पासबुक की फोटो कॉपी ले लिया।

उन्होंने प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 12 लाख 63 हजार 103 रुपए मांगे। इसके बाद पीड़ित अर्जुन सिंह ने 70000 रूपये अगस्त 2023 में युवकों को दिए। इसके बाद उन्होंने उत्कर्ष पांडे को 3 लाख 4000 रूपये, शैलेंद्र सिंह को 8 लाख 59000 रूपये और पंकज कुमार शर्मा को 30 हजार 103 रुपए फोन पे के माध्यम से दिए।बाद में आरोपी युवकों ने बताया कि आपका राष्ट्रीय बागवानी मिशन अंतर्गत फार्म हाउस स्वीकृत हो गया है। आपकी जमीन पर बाउंड्री वाल होगा और बोर खनन होगा।

साथ ही प्लैटिनम के साइन बोर्ड लगेंगे जिसमें आपका नाम और योजना का नाम लिखा रहेगा। पौधे लगने के बाद आपको वन मंत्री सम्मानित भी करेंगे।आरोपियों के झांसे में आए पीड़ित की मानें तो उसे मात्र 150 सागौन नग पौधे और एक बोरी खाद मिला। इसके अलावा आरोपियों से कुछ नहीं मिला, उन्हें सब्सिडी भी नहीं मिली। उपरोक्त व्यक्तियों ने जबरदस्ती अनापत्ति प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर भी कराया।

जिसमें लिखा था कि उन्हें कंपनी से कोई आपत्ति नहीं है और कंपनी द्वारा उनकी जमीन पर 5000 पौधे रोपित कर दिए गए हैं, जबकि उन्हें 150 पौधों के अलावा कोई पौधा नहीं मिला। जब अर्जुन सिंह को ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने आरोपियों से अपने 12 लाख 63 हजार 103 रुपए मांगे, पर उन्होंने रूपये लौटाने से साफ इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा कि तुम्हें जो करना है करो हम तुम्हें पैसे नहीं लौटाएंगे।जिसके बाद पीड़ित थाने में पहुचकर आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत की पुलिस ने भी पीड़ित की शिकायत पर मध्यप्रदेश के सतना में रहने वाले तीनो आरोपियों के खिलाफ जिसमे उत्कर्ष पांडे, शैलेंद्र सिंह और पंकज कुमार शर्मा के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं पुलिस ने मामले में धारा 420, 34 के तहत मामला पंजीबद्ध करते हुए कार्यवाही कर रही है।

वही मामले में पुलिस उप अधीक्षक ओम चंदेल का कहना है पीड़ित की शिकायत पर ठगी करने वाले 3 आरोपियों की पहचान कर ली गई है सभी आरोपी मध्यप्रदेश के रहने वाले है जल्द ही मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

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