आरएसएस ने कार्यक्रम के लिए मदकू द्वीप ही क्यों चुना, कांग्रेस को आपत्ति…..
रायपुर – आरएसएस ने कार्यक्रम के लिए मदकू द्वीप ही क्यों चुना,कांग्रेस को इस पर आपत्ति है। संघ का घोष प्रदर्शन के लिए मदकू द्वीप का चयन करना इस बात का प्रमाण है कि संघ भाजपा के ही एजेंडे पर है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत शुक्रवार को छत्तीसगढ़ पहुंच रहे हैं। इसको लेकर प्रदेश की राजनीति गर्म हो गई है। कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया ने गुरुवार को कहा, आरएसएस भी यहां किसी राजनीतिक दल की तरह जोर लगाए हुए है।
दिल्ली से रायपुर पहुंचे कांग्रेस प्रभारी पुनिया ने कहा, आरएसएस को लग रहा है कि अब भाजपा की जमीन खिसक रही है। ऐसे में वे एक्टिव हुए हैं। आरएसएस यहां किसी राजनीतिक दल की तरह पूरा जोर लगाए हुए है। इधर कांग्रेस ने संघ प्रमुख के दौरे पर आपत्ति करते हुए सवाल खड़े किए हैं। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, संघ हमेशा से यह दावा करता है कि वह गैर राजनीतिक संगठन है। इसके बाद भी हमेशा से वह भाजपा की राजनीतिक जमीन को पुष्पित-पल्लवित करने के एजेंडे पर काम करता है।
शुक्ला ने कहा, संघ का घोष प्रदर्शन के लिए मदकू द्वीप का चयन करना इस बात का प्रमाण है कि संघ भाजपा के ही एजेंडे पर है। शुक्ला ने कहा, कोई भी संगठन देश के किसी भी स्थान पर शांतिपूर्ण ढंग से कोई भी कार्यक्रम करने को स्वतंत्र है। लेकिन संघ और भाजपा का इतिहास रहा है कि वह कुछ कार्यक्रमों का स्थान चयन जानबूझकर अपने एजेंडे को प्रचारित करने के लिए करते हैं। सारा छत्तीसगढ़ जानता है मदकू द्वीप मसीही समुदाय के आकर्षक मेले के लिए प्रसिद्ध है। शुक्ला ने आरोप लगाया, संघ मदकू द्वीप में घोष प्रदर्शन करके पिछले कुछ महीनों से छत्तीसगढ़ में भाजपा द्वारा फैलाए जा रहे फर्जी धर्मांतरण के मुद्दे को हवा देने का प्रयास मात्र कर रहा है।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत शुक्रवार को छत्तीसगढ़ पहुंच रहे हैं। इसको लेकर प्रदेश की राजनीति गर्म हो गई है।
इधर संघ व भाजपा के कुछ नेताओं ने कांग्रेस के बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि अब कांगे्रस से पूछकर तय करना होगा कि कहां कार्यक्रम करना है? इसता मतलब यह हुआ कि मदकू द्वीप के बारे में उन्हे संक्षिप्त जानकारी ही है।