मंदिर खोलने के लिए आंदोलन हो : अण्णा हजारे
(शशि कोन्हेर) : आखिरकार महाराष्ट्र सरकार को प्रदेश के मंदिरों को खोलने में क्या तकलीफ़ है। सरकार, दारु की दुकान, होटल, बार, बाजार, और मॉल सब खोल चुकी है।तब फिर उसको सिर्फ मंदिर खोलने का निर्णय लेने में क्या समस्या जा रही है। क्या उन जगहों पर अर्थात दारू की दुकानों होटलों मॉल समेत बाजारवादी में लोगों की भीड़ नहीं जुड़ती है। और क्या उससे कोविड-19 का संक्रमण नहीं पड़ता है..? तब फिर सरकार को पूरे प्रदेश के मंदिरों को बंद करने से क्या मिल रहा है। यह बात प्रसिद्ध समाजसेवी श्री अन्ना हजारे ने कही है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया है कि वे मंदिरों को खुलवाने के लिए सड़क पर निकल आए। उन्होंने आह्वान किया कि मंदिर बचाओ संघर्ष समिति को मंदिरों को खोलने के लिए बड़ा आंदोलन करना चाहिए। अगर 10 दिनों में सरकार मंदिर खोलने का निर्णय नहीं लेती है तो जेल भरो आंदोलन करना चाहिए मैं भी उसमें शामिल रहूंगा।