अंतरराष्ट्रीय

सियोल हेलोवीन पार्टी में मची भगदड़, 149 की मौत 150 से ज्यादा घायल

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(शशि कोन्हेर) : दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में हैलोवीन उत्सव के दौरान भगदड़ मचने के बाद अब तक करीब 149 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं लगभग 150 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन समेत कई वैश्विक नेताओं ने घटना को लेकर शोक व्यक्त किया है। हादस के बाद से राहत कार्य में लगे अधिकारियों ने बताया है कि मारे गए लोगों में ज्यादातर उम्र 20 से 30 साल के बीच है।

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पिछले तीन दशकों में हुई भगदड़ की कई घटनाएं
दक्षिण कोरिया में हुई भगदड़ की घटना दुखदायी है, बड़ी तादाद में लोग मारे गए हैं। लेकिन किसी कार्यक्रम के दौरान भगदड़ की यह पहली घटना नहीं। विश्व के अलग-अलग देशों में इस तरह के हादसे पहले भी हुए हैं। यहां हम आपको पिछले तीन दशकों के दौरान कुछ सबसे भयावह भगदड़ की घटनाओं के बारे में बता रहे हैं।

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कब और कहां हुए भगदड़ के हादसे
अप्रैल 1989: ब्रिटेन में साल 1989 के दौरान लिवरपूल और नॉटिंघम फॉरेस्ट के बीच इंग्लिश एफए कप सेमीफाइनल मैच में भगदड़ मचने के बाद करीब 96 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

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जुलाई 1990: मुस्लिमों के पवित्र शहर मक्का के पास सऊदी अरब की अल-मुईसेम सुरंग के अंदर, हज यात्रा के आखिर में, ईद अल-अधा के दौरान 1,426 तीर्थयात्रियों की भगदड़ मचने के बाद मौत हो गई थी।

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मई 1994: सऊदी अरब में जमारत ब्रिज के पास हज के दौरान मची भगदड़ में 270 लोगों की मौत हो गई, जहां तीर्थयात्री शैतान के प्रतीक चट्टानों के ढेर पर पत्थर फेंकते हैं।

अप्रैल 1998: सऊदी अरब में हज के दौरान 119 मुस्लिम तीर्थयात्रियों की भगदड़ मचने के बाद मौत हो गई थी।

मई 2001: अफ्रीका के घाना में, फुटबॉल स्टेडियम में हुई भगदड़ में करीब 126 लोग मारे गए थे। यहां पुलिस ने मैच के दौरान दंगा करने वाले लोगों को आंसू गैस के गोले दागे थे। जिसके बाद यह हादसा हुआ।

फरवरी 2004: सऊदी अरब में जमारात ब्रिज के पास हज के दौरान पत्थरबाजी के दौरान मची भगदड़ में 251 मुस्लिम तीर्थयात्रियों की मौत हो गई।

जनवरी 2005: भारत के महाराष्ट्र में एक दूरस्थ इलाके में स्थित मंदिर के पास भगदड़ मचने के बाद 265 हिंदू तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी।

अगस्त 2005: इराक में आत्मघाती हमलावर की अफवाह के बाद मची भगदड़ में 1,005 लोगों की मौत हो गई थी। यह हादसा टाइग्रिस नदी के पुल पर हुआ था।

जनवरी 2006: जमरात पुल के पूर्वी प्रवेश द्वार पर 362 मुस्लिम तीर्थयात्रियों की भगदड़ में मौत हो गई था। हादसा तब हुआ जब तीर्थयात्री के बीच धक्का-मुक्की शुरू हुई।

अगस्त 2008: देश के हिमाचल प्रदेश में स्थित नैना देवी मंदिर में भूस्खलन की अफवाह के बाद तीर्थयात्रियों ने भगदड़ मच गई। हादसे में करीब 145 लोग मारे गए और 100 से अधिक घायल हो गए।

सितंबर 2008: भारत के ऐतिहासिक शहर जोधपुर के पास चामुंडा मंदिर में भगदड़ में 147 लोग मारे गए थे।

जुलाई 2010: जर्मनी के डुइसबर्ग में लव परेड टेक्नो म्यूजिक फेस्टिवल में एक सुरंग से धक्का देने पर मची भगदड़ में 19 लोगों की मौत हो गई और 342 घायल हो गए।

नवंबर 2010: कंबोडिया की राजधानी नोम पेन्ह में एक पुल पर भगदड़ मचने से कम से कम 350 लोग मारे गए, हजारों लोग जल उत्सव के आखिरी दिन मारे गए।

जनवरी 2013: दक्षिणी ब्राजील के सांता मारिया में एक नाइट क्लब में आग लगने से 230 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान भगदड़ के कारण भी कुछ लोगों की मौत होने की बात सामने आई थी।

अक्टूबर 2013: देश के मध्य प्रदेश में एक मंदिर की ओर जाने वाले पुल को पार करने दौरान श्रद्धालु के बीच भगदड़ मच गई। हादसे में 115 लोगों की मौत हो गई थी।

सितंबर 2015: सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान भगदड़ मचने के बाद 717 मुस्लिम तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 863 घायल हो गए।

अप्रैल 2021: इजराइल में एक भीड़भाड़ वाले धार्मिक उत्सव में कम से कम 44 लोगों की कुचलकर मौत हो गई थी।

नवंबर 2021: टेक्सास के ह्यूस्टन में रैपर ट्रैविस स्कॉट के एस्ट्रोवर्ल्ड संगीत समारोह की शुरुआत में धक्का-मुक्की के बाद 09 लोगों की मौत हो गई थी।

जनवरी 2022: कश्मीर में माता वैष्णो देवी मंदिर में नए साल के दौरान हुई भगदड़ में करीब 12 हिंदू तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक घायल हो गए थे।

जनवरी 2022: लाइबेरिया की राजधानी मोनरोविया के बाहरी इलाके में एक चर्च में भगदड़ मचने से 29 लोगों की मौत हो गई।

मई 2022: नाइजीरिया के एक चर्च में भगदड़ के दौरान कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई। चर्च में भोजन प्राप्त करने वाले लोगों में अचानक भगदड़ मच गई थी।

अक्टूबर 2022: इंडोनेशिया के एक फुटबॉल स्टेडियम में मची भगदड़ में कम से कम 125 लोग मारे गए थे और 320 से अधिक घायल हो गए। पुलिस ने फुटबॉल मैच के दौरान हुई हिंसा को दबाने की कोशिश की थी।

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