अम्बिकापुर

पशु चिकित्सालय में ज़रूरी दवाईयों का टोटा….


(मुन्ना पाण्डेय) : लखनपुर -( सरगुजा) – स्थानीय पशु चिकित्सालय में जहां डाक्टरों के मुख्यालय में नहीं रहने की शिकायत लम्बे समय से रही है वहीं अब चिकित्सालय में ज़रूरी दवाईयों के टोटा होने की भी शिकायत होने लगी है। दरअसल लखनपुर नगर के अलावा आसपास ग्रामीण अंचल के पशुपालकों ने बताया कि मवेशियों के चोट ,घाव में लगाने पशु चिकित्सालय में कोई मलहम या टिंचर आईडिन दस्त अतिसार रोकने तथा अन्य दूसरे तरह के बिमारियों के लिए अस्पताल में दवाई लम्बे समय से उपलब्ध नहीं है पशु पालकों को बाहर दुकानों से ऊंचे दामों में बिमार पशुओ के लिए दवा खरीदारी करनी पड़ रही है। जहां एक तरफ शासन प्रशासन पशु पालक किसानों के लिए योजना बना पशु पालन में मदद पहुंचाने दावे के साथ हरसंभव प्रयास कर रही है।

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वहीं विभागीय अधिकारियों के उदासीन रवैया एवं सुस्त कार्य प्रणाली के कारण पशु पालकों को शासकीय मिलने वाली योजनाओं का लाभांश नहीं मिल पा रहा है। जब पशु चिकित्सालय में साधारण पशु रोग के लिए दवा उपलब्ध नहीं है तो मवेशियों में फैलने वाली लम्पी जैसे बड़े बिमारियों की रोकथाम कैसे हो सकेगा सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। लिहाजा मवेशियों के हिफाजत को लेकर पशु पालकों के पेशानी पर चिंता की लकीर खींच गई है।

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क्षेत्र के पशु पालकों की मानें तो लखनपुर के अलावा उप पशु चिकित्सालय लैगा,कुन्नी,अरगोती, तूरना अन्य में भी दवाई की कमी बनी हुई है। ढोर अस्पताल में दवाई उपलब्ध कराने के साथ व्यवस्था सुधार के लिए पशु पालकों ने शासन प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराया है ताकि बिमार पशुओ को समुचित उपचार मिलने के साथ क्षेत्र के पशु पालकों को राहत मिल सके।

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