अभाव से अजीज आकर आयुर्वेद कॉलेज स्टूडेंड ने की हड़ताल, 7 सालों में बस समेत अपनी बिल्डिंग नही बना पाया प्रशासन

(दिलीप जगवानी) : बिलासपुर – वर्षों से सुविधाओं को तरस रहे शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने मंगलवार को कक्षा का बहिष्कार कर दिया। उनका कहना है जब कभी नियम के अनुसार सुविधाओं की डिमांड की जाती है तब प्रबंधन हाथ खड़े कर देता है। कॉलेज कैंपस में पार्किंग की सुविधा नहीं है। क्षमता से डेढ़ गुना स्टूडेंट क्लास में बिठाए जाते हैं। यही नहीं आयुर्वेद अस्पताल और कॉलेज की बीच की दूरी 5 किलोमीटर है। इस स्थिति में कॉलेज प्रबंधन बस की व्यवस्था नहीं कर सका है। नाराज स्टूडेंट्स का कहना है हॉस्टल अशोक नगर में है आने जाने में वक्त के साथ उन्हें भारी खर्च उठाना पड़ रहा है। प्रैक्टिकल की सुविधा भी नाम मात्र की दी गई है। अपनी पीड़ा बयान करते हुए आयुर्वेद के स्टूडेंट्स ने प्रसाधन की सुविधा भी पूरी तरह से नहीं दिए जाने का आरोप प्रबंधन पर लगाया है। गौरतलब है कि 7 बरस पहले जूना बिलासपुर के नागोराव शेष स्कूल की बिल्डिंग में आयुर्वेद कॉलेज की स्थापना की गई थी। तब से लेकर आज तक जर्जर बिल्डिंग में 3 वर्षीय आयुर्वेद महाविद्यालय का संचालन आयुष कर रहा है। हैरानी की बात यह है कि कॉलेज प्रशासन अपने लिए नई बिल्डिंग बनाने जमीन भी हासिल नहीं कर पाया है। जिसके कारण यहां पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। महाविद्यालय में अंचल से बाहर अन्य प्रदेशों के स्टूडेंट भी अध्ययनरत है। उनके कॉलेज के नजदीक लिए किराए के मकान में रहने की मजबूरी है। क्योकि हॉस्टल अशोक नगर में है। जबकि प्रेक्टिकल के लिए उन्हें नूतन कॉलोनी स्थित आयुर्वेद अस्पताल जाना पड़ता हैं। इस लिहाज से शहर के बीच जूना बिलासपुर में महाविद्यालय का होना और उस पर परिवहन की सुविधा का अभाव अन्याय पूर्ण है।